-: Haridwar hidden secrets :-
हरिद्वार को पौराणिक, धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। गंगा नदी के किनारे बसे इस पवित्र शहर में कई रहस्य और गूढ़ बातें छिपी हुई हैं, जो इसे और भी रोचक बनाती हैं। आइए जानते हैं हरिद्वार के कुछ गुप्त रहस्य:
1. मायावी कुंभ मेले का रहस्य
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हरिद्वार में हर 12 साल में कुंभ मेला आयोजित होता है, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है। कहा जाता है कि इस मेले के दौरान अमृत कलश से गिरे अमृत की कुछ बूंदें हरिद्वार में भी गिरी थीं।
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एक रहस्य यह भी है कि कुंभ मेले के दौरान गंगा नदी का जल वैज्ञानिक रूप से अधिक शुद्ध हो जाता है, जिसका कारण संत-महात्माओं का यज्ञ और विशेष मंत्रों का उच्चारण माना जाता है।
2. गंगा जल का अविनाशी रहस्य
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गंगा नदी का जल वर्षों तक खराब नहीं होता। वैज्ञानिक भी इस रहस्य को पूरी तरह समझ नहीं पाए हैं।
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शोध के अनुसार, गंगा जल में बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते हैं, जो हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट कर देते हैं। इसलिए यह जल लंबे समय तक शुद्ध रहता है।
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मान्यता है कि इसमें दिव्य औषधीय गुण भी होते हैं, जो इसे अमृत तुल्य बनाते हैं।
3. मनसा देवी मंदिर का रहस्य
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हरिद्वार में स्थित मनसा देवी मंदिर को चमत्कारी माना जाता है। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है।
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रहस्य यह है कि मंदिर में भक्त मनोकामना पूर्ति के लिए धागा बांधते हैं और जब उनकी मुराद पूरी हो जाती है तो वह धागा खोलने वापस आते हैं।
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मंदिर के पास एक गुप्त गुफा है, जहां साधु-महात्मा साधना करते हैं और इसे आम लोगों के लिए प्रतिबंधित रखा गया है।
4. मायावती सिद्धपीठ का रहस्य
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हरिद्वार के पास स्थित मायावती आश्रम को रहस्यमय माना जाता है।
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मान्यता है कि यहां तपस्वियों और साधुओं की गुप्त साधना चलती रहती है।
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आश्रम में कई रहस्यमयी यंत्र और मंत्रों का प्रयोग किया जाता है, जिसे आम जनता के लिए गुप्त रखा गया है।
5. हर की पौड़ी का अदृश्य रहस्य
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हर की पौड़ी को भगवान विष्णु का पवित्र स्थान माना जाता है।
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मान्यता है कि यहां गंगा नदी में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं।
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एक रहस्य यह भी है कि यहां अमावस्या की रात कुछ साधु अदृश्य हो जाते हैं। इसे दिव्य साधना और सिद्धियों का प्रभाव माना जाता है।
6. भूतनाथ मंदिर का रहस्य
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हरिद्वार के भूतनाथ मंदिर का रहस्य यह है कि यहां आने वाले भक्तों को अजीब-अजीब आवाजें सुनाई देती हैं।
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मान्यता है कि यहां आने वाले व्यक्ति के सभी बुरे कर्मों का नाश हो जाता है।
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मंदिर में रात्रि के समय साधुओं द्वारा तंत्र साधना की जाती है, जिसे आम लोगों के लिए गुप्त रखा जाता है।
7. तपोवन का गुप्त रहस्य
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हरिद्वार में स्थित तपोवन ऋषि-मुनियों की तपस्थली मानी जाती है।
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मान्यता है कि यहां अदृश्य योगियों और ऋषियों की उपस्थिति आज भी है।
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कई साधक मानते हैं कि यहां सूक्ष्म रूप में कुछ सिद्ध आत्माएं अब भी ध्यान में लीन हैं।
8. पाताल लोक का रहस्य
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मान्यता है कि हरिद्वार में कुछ स्थान ऐसे हैं, जहां पाताल लोक का प्रवेश द्वार है।
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यह रहस्य आज भी गुप्त रखा गया है।
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कई साधुओं का दावा है कि उन्हें ध्यान के दौरान पाताल लोक के दर्शन होते हैं।
9. कनखल का रहस्यमयी दक्षेश्वर महादेव मंदिर
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हरिद्वार के पास स्थित कनखल में दक्षेश्वर महादेव मंदिर का अपना रहस्य है।
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मान्यता है कि यहीं पर सती ने अपने पिता दक्ष के यज्ञ में कूदकर आत्मदाह किया था।
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कहा जाता है कि मंदिर में आज भी सती के आत्मदाह की ऊर्जा महसूस की जाती है।
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यहां जलने वाले धूप-दीपक में अद्भुत सुगंध आती है, जो सामान्य धूप से अलग होती है।
10. कुशावर्त घाट का रहस्य
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हरिद्वार का कुशावर्त घाट साधना और तपस्या का केंद्र रहा है।
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मान्यता है कि इस घाट पर स्नान करने से कुंडली दोष और ग्रह पीड़ा समाप्त हो जाती है।
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एक रहस्य यह भी है कि घाट पर जल चढ़ाने वाले व्यक्ति को अदृश्य दिव्य शक्तियों का आशीर्वाद मिलता है, जिसका अनुभव भक्तों को शांति और ऊर्जा के रूप में होता है।
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साधु-महात्माओं का मानना है कि यहां कई सिद्ध योगी ध्यान करते हैं, जो आम लोगों को दिखाई नहीं देते।
11. नीलधारा का रहस्य
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हरिद्वार में बहने वाली नीलधारा गंगा की एक गुप्त धारा है।
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मान्यता है कि यह धारा पाताल लोक से निकलती है और इसका जल बेहद पवित्र माना जाता है।
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इसके किनारे साधक और तांत्रिक विशेष अनुष्ठान करते हैं।
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कहा जाता है कि यहां के जल में डुबकी लगाने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।
12. सिद्ध शक्तिपीठ चंडी देवी मंदिर का रहस्य
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हरिद्वार में स्थित चंडी देवी मंदिर भी रहस्यमयी शक्तियों से जुड़ा है।
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मान्यता है कि माता चंडी ने राक्षसों का संहार करके यहां विश्राम किया था।
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मंदिर तक पहुंचने वाले मार्ग में कई ऐसे स्थान हैं, जहां साधक और योगी गुप्त रूप से तपस्या करते हैं।
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मान्यता है कि यहां रात्रि में साधना करने वालों को देवदूतों के दर्शन होते हैं।
13. सप्तऋषि आश्रम का रहस्य
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हरिद्वार में स्थित सप्तऋषि आश्रम को सात महान ऋषियों की तपस्थली कहा जाता है।
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कहा जाता है कि यहां साधना करने वाले योगियों को दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होती है।
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आश्रम के पास बहने वाली गंगा सात धाराओं में विभक्त हो जाती है, जिसे सप्त सरोवर कहा जाता है।
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मान्यता है कि ऋषियों की तपस्या के कारण गंगा ने अपनी धारा विभाजित कर दी थी ताकि उनकी साधना में कोई बाधा न हो।
14. गुप्त साधना स्थलों का रहस्य
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हरिद्वार में कुछ स्थान ऐसे भी हैं, जहां साधक गुप्त रूप से तपस्या करते हैं।
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ये स्थान आम लोगों के लिए अज्ञात रहते हैं।
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कहा जाता है कि यहां कई तांत्रिक और सिद्ध महात्मा गुप्त साधना करते हैं, जिससे उनकी सिद्धियां जाग्रत होती हैं।
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इन स्थलों का स्थान और जानकारी बहुत कम लोगों को ज्ञात होती है।
15. कुंडों का रहस्य
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हरिद्वार में नारायण कुंड, ब्रह्म कुंड और विष्णु कुंड जैसे रहस्यमय कुंड हैं।
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मान्यता है कि इन कुंडों में स्नान करने से विशेष रोगों से मुक्ति मिलती है।
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वैज्ञानिकों के अनुसार, इन कुंडों का पानी औषधीय गुणों से भरपूर है।
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इन कुंडों में जल प्रवाह का स्रोत आज भी रहस्य बना हुआ है।
16. हरिद्वार के गुप्त साधु और सिद्ध योगी
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हरिद्वार में कई ऐसे साधु और योगी रहते हैं, जिनकी पहचान आम लोगों से छिपी रहती है।
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कहा जाता है कि ये योगी उच्च साधना और सिद्धि प्राप्त कर चुके होते हैं।
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कई भक्तों का मानना है कि ये योगी कभी-कभी किसी विशेष संयोग में ही प्रकट होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देकर अदृश्य हो जाते हैं।
17. गंगा आरती का दिव्य रहस्य
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हर की पौड़ी पर होने वाली गंगा आरती एक चमत्कारिक अनुभव माना जाता है।
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आरती के दौरान वातावरण में एक अद्भुत ऊर्जा का संचार होता है।
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कई लोगों का मानना है कि आरती के दौरान दिव्य शक्तियों का आह्वान होता है, जो स्नान करने वालों के पापों का नाश कर देती हैं।
18. रहस्यमयी गुफाएं और योग साधना स्थल
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हरिद्वार के आसपास कई गुप्त गुफाएं हैं, जहां ऋषि-मुनि ध्यान और साधना करते थे।
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इनमें से कुछ गुफाएं आज भी गुप्त बनी हुई हैं और वहां केवल सिद्ध साधु ही साधना करते हैं।
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मान्यता है कि इन गुफाओं में साधना करने से अदृश्य शक्तियों का अनुभव होता है।
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कहा जाता है कि कुछ गुफाओं में प्रवेश करने के बाद लोग रहस्यमय तरीके से गायब हो जाते हैं या फिर लौटकर नहीं आते।
19. सती कुंड का रहस्य
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हरिद्वार में स्थित सती कुंड एक रहस्यमय स्थान है।
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मान्यता है कि यही वह स्थान है, जहां देवी सती ने आत्मदाह किया था।
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कहा जाता है कि इस कुंड के पास ध्यान करने पर साधकों को दिव्य ऊर्जा का अनुभव होता है।
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वैज्ञानिक भी इस स्थान की ऊर्जा और चुंबकीय प्रभाव को महसूस कर चुके हैं।
20. गंगा में अदृश्य दीपक का रहस्य
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हरिद्वार में कुछ श्रद्धालु बताते हैं कि रात के समय गंगा में अदृश्य दीपक जलते हुए दिखाई देते हैं।
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यह दृश्य खासकर पूर्णिमा और अमावस्या की रात को देखने को मिलता है।
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मान्यता है कि ये दीपक देवताओं और दिव्य आत्माओं के स्वागत के प्रतीक हैं।
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वैज्ञानिक इस घटना का कोई प्रमाण नहीं दे पाए हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के अनुसार यह एक दिव्य चमत्कार है।
21. काली माता मंदिर का रहस्य
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हरिद्वार में स्थित काली माता मंदिर भी रहस्यमयी शक्तियों से जुड़ा है।
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कहा जाता है कि यहां देवी काली की प्रतिमा में रात के समय हलचल देखी जाती है।
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कई साधकों का मानना है कि यहां गुप्त रूप से तांत्रिक साधनाएं की जाती हैं।
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कुछ लोगों का दावा है कि उन्होंने मंदिर में देवी के प्रत्यक्ष दर्शन भी किए हैं।
22. मायादेवी मंदिर का रहस्य
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हरिद्वार में स्थित मायादेवी मंदिर को शक्ति पीठ माना जाता है।
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मान्यता है कि यहां देवी सती का ह्रदय गिरा था।
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इस मंदिर के पास स्थित एक गुप्त स्थान पर सिद्ध साधु साधना करते हैं।
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कई श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां रात्रि में देवी की कृपा से चमत्कारी घटनाएं होती हैं।
23. भीमगौड़ा कुंड का रहस्य
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हरिद्वार में स्थित भीमगौड़ा कुंड का रहस्य भी अद्भुत है।
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मान्यता है कि पांडवों के वनवास के दौरान भीम ने अपने गदा से इस कुंड को बनाया था।
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कुंड का जल कभी नहीं सूखता, चाहे कितनी भी गर्मी क्यों न हो।
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कहा जाता है कि कुंड का जल औषधीय गुणों से भरपूर है और कई रोगों को ठीक कर सकता है।
24. अघोरी साधुओं का रहस्य
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हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान अघोरी साधु बड़ी संख्या में दिखाई देते हैं।
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ये साधु तंत्र-मंत्र साधना में लीन रहते हैं और गुप्त रूप से साधना करते हैं।
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मान्यता है कि अघोरी साधु मृत्यु के देवता शिव के उपासक होते हैं और उनके पास रहस्यमयी शक्तियां होती हैं।
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इनकी साधना आम लोगों की समझ से परे होती है।
25. रहस्यमयी पांडवों की तपस्थली
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हरिद्वार के पास पंचपुरी क्षेत्र में पांडवों की तपस्थली मानी जाती है।
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मान्यता है कि महाभारत काल में पांडवों ने यहीं पर तपस्या की थी।
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कहा जाता है कि इस स्थान पर ध्यान करने से गुप्त शक्तियों का अनुभव होता है।
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स्थानीय साधुओं का मानना है कि यहां आज भी दिव्य आत्माएं ध्यान में लीन हैं।
26. जल में अदृश्य आभा का रहस्य
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हरिद्वार में कुछ विशेष तिथियों पर गंगा जल में अदृश्य आभा दिखाई देती है।
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कहा जाता है कि यह आभा दिव्य शक्तियों का प्रतीक है, जो केवल साधकों को ही दिखाई देती है।
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कई श्रद्धालु बताते हैं कि उन्होंने गंगा स्नान के दौरान अपने चारों ओर दिव्य प्रकाश का अनुभव किया है।
27. त्रिस्रोत स्थल का रहस्य
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हरिद्वार में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम माना जाता है।
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सरस्वती नदी अदृश्य है और केवल सूक्ष्म दृष्टि वाले साधकों को दिखाई देती है।
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मान्यता है कि संगम स्थल पर साधना करने से तीनों लोकों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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साधक बताते हैं कि इस स्थल पर ध्यान करने से मानसिक और आध्यात्मिक शक्तियों का विकास होता है।
28. रहस्यमयी साधना स्थल – गुप्त धाम
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हरिद्वार के पास कुछ गुप्त धाम हैं, जहां साधक गुप्त साधना करते हैं।
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इन धामों के स्थान को आम लोगों से छिपाकर रखा जाता है।
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मान्यता है कि इन स्थलों पर ध्यान करने वाले साधकों को अलौकिक शक्तियों का आशीर्वाद मिलता है।
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स्थानीय लोग बताते हैं कि इन स्थानों पर अदृश्य दिव्य शक्तियां निवास करती हैं।
29. काली कामली वाला बाबा का रहस्य
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हरिद्वार में एक काली कामली वाला बाबा का आश्रम है, जो रहस्य और चमत्कारों से भरा हुआ है।
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कहा जाता है कि बाबा को दिव्य शक्तियां प्राप्त थीं और वह भविष्य देख सकते थे।
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आज भी उनके आश्रम में साधक ध्यान करते हैं और कुछ भक्तों का मानना है कि उनकी आत्मा अब भी वहां मौजूद है।
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आश्रम में साधना करने वाले कई लोगों को दिव्य अनुभव होते हैं।
30. रहस्यमयी शक्तियों वाला बिल्केश्वर महादेव मंदिर
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हरिद्वार में स्थित बिल्केश्वर महादेव मंदिर एक रहस्यमयी स्थान है।
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मान्यता है कि माता पार्वती ने यहां भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या की थी।
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इस मंदिर का जल कभी सूखता नहीं और हमेशा शीतल रहता है।
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स्थानीय श्रद्धालुओं का मानना है कि मंदिर में रात के समय अदृश्य साधुओं की उपस्थिति रहती है।
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कई लोगों ने यहां रात्रि में दिव्य प्रकाश और रहस्यमयी ध्वनियों का अनुभव किया है।
31. रहस्यमयी नाग साधुओं का तप
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हरिद्वार में नागा साधु कुंभ मेले के दौरान प्रकट होते हैं, लेकिन साधारण दिनों में यह दुर्लभ होते हैं।
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कहा जाता है कि ये साधु गुप्त स्थानों पर तपस्या करते हैं।
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नागा साधुओं को अलौकिक शक्तियों का स्वामी माना जाता है।
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मान्यता है कि इनकी साधना से वातावरण में अदृश्य ऊर्जा का संचार होता है।
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कई लोग मानते हैं कि ये साधु गायब होकर अन्य लोकों में गमन करते हैं।
32. पाताल गंगा का रहस्य
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हरिद्वार में एक स्थान पर पाताल गंगा का उल्लेख मिलता है।
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मान्यता है कि यह गंगा धरती के भीतर प्रवाहित होती है।
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कई साधु-महात्मा ध्यान के दौरान पाताल गंगा के दर्शन करने का दावा करते हैं।
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इस रहस्य को लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन साधकों का मानना है कि यहां अदृश्य शक्तियां मौजूद हैं।
33. पतित पावनी गंगा का दिव्य रहस्य
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हरिद्वार में गंगा को पतित पावनी यानी पाप नाशिनी कहा जाता है।
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मान्यता है कि गंगा में स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं।
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वैज्ञानिक रूप से भी गंगा जल में औषधीय गुण हैं, जो जल को लंबे समय तक शुद्ध रखते हैं।
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कई श्रद्धालुओं का मानना है कि गंगा स्नान के दौरान उन्होंने दिव्य रोशनी या अदृश्य साधुओं के दर्शन किए हैं।
34. अष्टपथ मार्ग का रहस्य
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हरिद्वार में एक गुप्त अष्टपथ मार्ग का उल्लेख मिलता है, जहां साधक गुप्त साधना करते हैं।
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यह मार्ग साधारण लोगों के लिए नहीं है और केवल सिद्ध योगियों को ही इसका ज्ञान है।
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कहा जाता है कि यहां साधना करने से साधक को अलौकिक शक्तियां प्राप्त होती हैं।
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स्थानीय लोग बताते हैं कि कई बार इस मार्ग के आसपास अदृश्य शक्तियों का आभास होता है।
35. सिद्धबली धाम का रहस्य
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हरिद्वार के पास स्थित सिद्धबली धाम को अत्यंत रहस्यमयी स्थान माना जाता है।
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मान्यता है कि यहां हनुमान जी का दिव्य आशीर्वाद सदैव बना रहता है।
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साधकों का मानना है कि यहां साधना करने वाले को सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
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कई भक्तों का दावा है कि उन्होंने यहां ध्यान करते हुए दिव्य प्रकाश और अदृश्य शक्तियों का अनुभव किया है।
36. अदृश्य सिद्ध पुरुषों की साधना स्थली
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हरिद्वार में कई स्थानों पर अदृश्य सिद्ध पुरुषों की साधना स्थली मानी जाती है।
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कहा जाता है कि ये सिद्ध पुरुष गुप्त रूप से साधना करते हैं और सामान्य लोगों को दिखाई नहीं देते।
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मान्यता है कि वे सूक्ष्म रूप में हरिद्वार में निवास करते हैं।
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कई श्रद्धालु ध्यान के दौरान उनकी उपस्थिति का अनुभव करते हैं।
37. त्रिशूल गंगा का रहस्य
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हरिद्वार के पास एक स्थान पर गंगा का बहाव त्रिशूल आकार में बहता है।
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मान्यता है कि यह भगवान शिव के त्रिशूल का प्रतीक है।
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साधक मानते हैं कि इस स्थान पर ध्यान करने से तीन लोकों (भूत, भविष्य, वर्तमान) का ज्ञान प्राप्त होता है।
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कई साधकों का मानना है कि यहां साधना करने से उन्हें दिव्य अनुभव हुए हैं।
38. गुप्त मंत्र साधना स्थली
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हरिद्वार के जंगलों में कई ऐसे स्थान हैं, जहां साधु गुप्त मंत्र साधना करते हैं।
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इन स्थानों को आम लोगों से छिपाकर रखा जाता है।
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मान्यता है कि यहां की ऊर्जा इतनी प्रबल होती है कि वहां ध्यान करने वालों को अलौकिक शक्तियां प्राप्त होती हैं।
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साधकों का कहना है कि यहां दिव्य ध्वनियां और अदृश्य रोशनी का अनुभव किया जा सकता है।
39. हरिद्वार का रहस्यमयी श्मशान घाट
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हरिद्वार में स्थित एक रहस्यमयी श्मशान घाट है, जहां गुप्त रूप से साधना की जाती है।
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कहा जाता है कि यहां कई सिद्ध योगी तंत्र साधना करते हैं।
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रात्रि में इस श्मशान घाट पर रहस्यमयी ध्वनियां और दिव्य रोशनी दिखाई देती है।
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स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां कई आत्माएं साधकों को सिद्धि प्रदान करती हैं।
40. शिवालय गुफा का रहस्य
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हरिद्वार में एक गुप्त शिवालय गुफा स्थित है, जहां साधक ध्यान करते हैं।
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इस गुफा का स्थान आम लोगों को ज्ञात नहीं है।
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कहा जाता है कि इस गुफा में ध्यान करने से साधकों को अदृश्य शक्तियों का आशीर्वाद मिलता है।
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गुफा के अंदर एक रहस्यमयी शिवलिंग है, जिसे देखने का सौभाग्य केवल साधकों को ही प्राप्त होता है।
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