Site icon avantikatimes

Diwali 2024 : दिवाली की रात दीपक से लेकर काजल तक क्यों बनाई जाती है? जानिए इसकी वजह

Diwali 2024

-: Diwali 2024 :-

दिवाली का त्यौहार भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है। इसे रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है. इस दिन लोग अपने घरों को दीयों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाते हैं और पटाखे फोड़ते हैं। दिवाली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे।

तब अयोध्यावासियों ने भगवान राम की घर वापसी की खुशी में पूरी अयोध्या नगरी को दीपों से सजाया था, जिसके कारण इस दिन को दिवाली के रूप में मनाया जाता है और घरों को दीपों से सजाया जाता है। Diwali के दिन लोग एक दूसरे को मिठाइयाँ देकर उपहार देते हैं। दिवाली की रात दीयों से काजल बनाने और लगाने की परंपरा भारत के कई हिस्सों में प्रचलित है। इस परंपरा के पीछे कई धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएं हैं। आइये विस्तार से जानते हैं.

दिवाली की रात काजल बनाने और लगाने की परंपरा

Diwali की रात घर में जलते हुए दीपक से बना काजल लगाने की परंपरा है। भारत के कुछ क्षेत्रों में इस परंपरा का पालन बहुत महत्वपूर्ण है और इस परंपरा का विशेष महत्व माना जाता है। दिवाली की रात लक्ष्मी गणेश जी की पूजा करने के बाद जलते दीपक की लौ से काजल बनाया जाता है और इसे परिवार के सभी सदस्यों की आंखों में भी लगाया जाता है।

इसका महत्व क्या है?

Diwali की रात बनाया जाने वाला यह काजल बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। Diwali की रात यह काजल परिवार के सभी सदस्यों की आंखों में लगाया जाता है। इसके पीछे मान्यता यह है कि इस काजल को लगाने से घर के सभी सदस्यों की नकारात्मक शक्तियों और बुरी नजर से रक्षा होती है।

यह भी पढ़े :- 👇

करवा चौथ के दिन महिलाएं जरूर करें ये ’16 श्रृंगार’, है इसका विशेष महत्व

यह भी माना जाता है कि इस काजल को लगाने से सौभाग्य बढ़ता है और घर में समृद्धि आती है। यह काजल बहुत पवित्र माना जाता है इसलिए घर को बुरी और नकारात्मक शक्तियों से बचाने के लिए इसे घर के चूल्हे, दरवाजे और तिजोरी पर भी लगाया जाता है।

दिवाली पर काजल लगाने का वैज्ञानिक महत्व

दिवाली की रात काजल लगाने के कई वैज्ञानिक फायदे हैं। दिवाली की रात पटाखे जलाने से वातावरण में काफी प्रदूषण फैलता है। इस प्रदूषण का असर हमारी आंखों पर भी पड़ता है। काजल लगाने से हमारी आंखें प्रदूषण से सुरक्षित रहती हैं।

दीपक का काजल कैसे बनाएं

दिवाली की रात दीपक का काजल बनाने के लिए सबसे पहले एक साफ Diwali लें, फिर उसमें सरसों का तेल भरें। अब इसमें एक मोटी बत्ती रखें और इसे तेल में अच्छी तरह डुबा लें।  अब दीपक जलाएं. जब दीपक अच्छे से जलने लगे तो उसके ऊपर एक धातु की थाली इस प्रकार रखें कि Diwali की लौ थाली पर ही पड़े। कुछ देर बाद प्लेट पर काला पदार्थ नजर आने लगेगा. अब इस काले पदार्थ को इकट्ठा कर लें और इसमें एक या दो बूंद शुद्ध देसी घी की डालकर अच्छी तरह मिला लें। अब काजल उपयोग के लिए तैयार है।

जुड़िये हमारे व्हॉटशॉप अकाउंट से- https://chat.whatsapp.com/JbKoNr3Els3LmVtojDqzLN
जुड़िये हमारे फेसबुक पेज से – https://www.facebook.com/profile.php?id=61564246469108
जुड़िये हमारे ट्विटर अकाउंट से – https://x.com/Avantikatimes
जुड़िये हमारे यूट्यूब अकाउंट से – https://www.youtube.com/@bulletinnews481

Exit mobile version